और उस देश का विदेशी मुद्रा रिजर्व भंडार खत्म हो चूका है ।
2.
एचडीएफसी बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री अभीक बरुआ कहते हैं कि यह रुझान साफ करता है कि हमारे विदेशी मुद्रा रिजर्व की क्वालिटी बढ़ रही है।
3.
आमतौर पर कुल (वाणिज्यिक व रक्षा) आयात के मूल्य के बराबर ही विदेशी मुद्रा रिजर्व बैंक के खातों से जारी होनी चाहिए ताकि विदेशी मुद्रा का खाता बराबर रहे, लेकिन दस्तावेज बताते हैं कि 2005-0 7 के बीच जो विदेशी मुद्रा रिजर्व बैंक से जारी हुई, वह कुल आयात मूल्य से 46 हजार 736 करोड़ रुपये ज्यादा थी।
4.
आमतौर पर कुल (वाणिज्यिक व रक्षा) आयात के मूल्य के बराबर ही विदेशी मुद्रा रिजर्व बैंक के खातों से जारी होनी चाहिए ताकि विदेशी मुद्रा का खाता बराबर रहे, लेकिन दस्तावेज बताते हैं कि 2005-0 7 के बीच जो विदेशी मुद्रा रिजर्व बैंक से जारी हुई, वह कुल आयात मूल्य से 46 हजार 736 करोड़ रुपये ज्यादा थी।